Proxy Server क्या होता है ? पूरी जानकारी हिंदी में।

What is Proxy Server Full Information in Hindi:- क्या आप जानते है कि proxy server क्या होता है ? इसका इस्तेमाल क्यों किया जाता है ? और प्रॉक्सी सर्वर के फायदे क्या क्या होते है ? अगर नही ? तो यह लेख आपके लिए ही है, इसे अंत तक जरूर पढ़ें।

Proxy Server क्या होता है ? पूरी जानकारी हिंदी में।


Server क्या होता है ?

Server एक प्रकार का कंप्यूटर होता है, जिस पर बहुत सारी और अलग-अलग प्रकार की सूचनाएं एकत्रित रहती हैं। इन सूचनाओं को कोई भी व्यक्ति अपने मोबाइल या कंप्यूटर से इंटरनेट की मदद से एक्सेस कर सकता है। अभी जैसे कि उदाहरण के लिए मान लीजिए कि आपको कोई गाना डाउनलोड करना है, तो आप इसके लिए इंटरनेट पर ऐसी बहुत सारी वेबसाइट है, जहां पर आपको गाने मिल जाते हैं। उन सभी वेबसाइट का डाटा एक कंप्यूटर में सेव रहता है, तो जिस कंप्यूटर में उनका डाटा सेव रहता है, उसी को Server कहते हैं। इंटरनेट पर जितनी भी वेबसाइट है, उन सभी का डेटा किसी ना किसी सर्वर पर सेव रहता है।


Proxy Server क्या होता है ? पूरी जानकारी।

तो अभी आपके मन में यह सवाल भी जरूर होगा कि फिर यह प्रोक्सी सर्वर क्या होता है ? Proxy शब्द का मतलब होता है 'किसी दूसरे के लिए कार्य करना' या 'किसी दूसरे को प्रस्तुत करना'। इस सर्वर का कार्य अपने यूजर की असली पहचान छुपाना होता है।

चलिए इसको थोड़ा विस्तार से समझते हैं। मोबाइल, कंप्यूटर या ऐसे जितने भी devices है, जिनकी मदद से हम इंटरनेट चला सकते हैं। उनकी सभी की एक यूनिक आईडी होती है, जिसको IP Address कहा जाता है। इस दुनिया में जितने भी कंप्यूटर और मोबाइल है, उन सभी का अलग अलग IP Address है। इसलिए अगर आप अपने मोबाइल से इंटरनेट के माध्यम से किसी भी वेबसाइट पर जाते हैं या किसी भी वेब सर्वर पर जाकर कुछ भी डाउनलोड करते हैं, या अन्य कुछ भी कार्य करते हैं, तो वह सारी जानकारी उस वेब सर्वर को पता रहती है कि आपने क्या क्या किया ? और आपका आईपी एड्रेस क्या है ?

आईपी ऐड्रेस से वह वेब सर्वर यह पता लगा लेता है कि आप इस समय कहां से इंटरनेट चला रहे हैं। यानी कि आप अपने मोबाइल से जब भी किसी वेबसाइट/वेब सर्वर पर विजिट करते हैं। तो उस web-server को पता रहता है कि आप इस समय कहां पर हैं ? आपका आईपी एड्रेस क्या है ? आदि।

तो यहां पर प्रोक्सी सर्वर का मुख्य कार्य यही होता है कि वह अपनी यूज़र की असली पहचान छिपा लेता है और यह यूजर और web-server के बीच में एक ब्रिज का काम करता है। 

चलिए इसको थोड़ा सा आसान शब्दों में समझते हैं। जैसे कि अगर आप डायरेक्ट अपने मोबाइल या कंप्यूटर से किसी वेब सर्वर यानी कि किसी वेबसाइट पर जाते हैं, तो उस web-server को पता रहता है कि आपका आईपी एड्रेस क्या है ? और आप इस समय कहां पर हैं ? लेकिन अगर आप प्रोक्सी सर्वर का इस्तेमाल करते हुए किसी भी वेबसाइट या वेब सर्वर पर जाते हैं, तो उस वेब सर्वर को यह कभी भी पता नहीं चलता है कि आपका आईपी एड्रेस क्या है ? और आप इस समय कहां पर है ?

अभी मान लीजिए की आपको इंटरनेट से कोई गाना डाउनलोड करना हो और आप यह कार्य गोपनीय तरीके से करना चाहते हैं। तो आप प्रोक्सी सर्वर का इस्तेमाल कर सकते हैं। आपको सबसे पहले किसी भी प्रोक्सी सर्वर पर जाना है। उसके बाद आपको जिस वेबसाइट पर जाना है, वह वेबसाइट आपको उस प्रोक्सी सर्वर में सर्च करनी है, अभी आप की असली पहचान, आपका आईपी ऐड्रेस प्रोक्सी सर्वर के पास ही रहेगा। प्रोक्सी सर्वर आपका असली आईपी ऐड्रेस उस वेब सर्वर के पास नहीं जाने देगा। बल्कि उसके स्थान पर वह अपना ही एक दूसरा आईपी ऐड्रेस उस वेब सर्वर तक पहुंचा देगा, और उस web-server को ऐसा लगेगा कि इस प्रोक्सी वेबसाइट को ही हमारे डाटा की जरूरत है, तो वह अपना डाटा प्रोक्सी सर्वर को उपलब्ध करा देता है और उसके बाद प्रोक्सी सर्वर वही डाटा हम तक पहुंचा देता है। इस प्रकार से प्रोक्सी सर्वर यूजर और मुख्य वेब सर्वर के बीच मे एक बिचौलिए का कार्य करता है। 

प्रॉक्सी वेबसाइट्स का इस्तेमाल कैसे करते है ? इसके बारे में विस्तार से जानने के लिए यह लेख पढ़ें।

चलिए अभी इसको एक उदाहरण से भी समझते हैं। जैसे कि मान लीजिए की राम और श्याम नाम के दो लड़के है। राम के पास एक बुक है, जो श्याम लेना चाहता है। लेकिन श्याम डायरेक्ट राम से वह बुक नहीं मांग सकता है, इसलिए वह अपने एक और दोस्त राहुल को बोलता है कि तुम अपने नाम से यह बुक लो और उसे बोलना कि यह बुक तुम्हें ही चाहिए और तुम ही इस बुक का इस्तेमाल करने वाले हो।

वह बुक राम से लेने के बाद तुम मुझे दे देना, मैं वह बुक इस्तेमाल करके वापस तुम्हें दे दूंगा और तुम वापस राम को दे देना। तो इससे श्याम का काम भी हो जाता है और राम को यह पता भी नहीं चलता की श्याम ने उसकी बुक का इस्तेमाल किया था, उससे तो यही लगेगा कि राहुल ने उसकी बुक का इस्तेमाल किया था।

बस यही कार्य प्रोक्सी सर्वर करता है। इस उदाहरण में जो कार्य राहुल ने किया, वही कार्य इंटरनेट की दुनिया में प्रोक्सी सर्वर करता है।

तो अभी आप समझ गए होंगे कि वास्तव में प्रोक्सी सर्वर क्या होता है और इसका कार्य क्या रहता है ? अभी चलिए हम इसके बारे में थोड़ा सा और जानते हैं। 

प्रोक्सी सर्वर का इस्तेमाल आप अपने डिवाइस में इसका app या software इंस्टॉल करके कर सकते हैं, या ऐसी बहुत सारी प्रोक्सी वेबसाइट भी है। आप उन पर जाकर भी प्रोक्सी सर्वर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। हमने एक लेख लिखा है, जिसमें हमने Top 10 Free Proxy Websites के बारे में बताया है। इन वेबसाइट्स पर जाकर आप बिल्कुल फ्री में इनका इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप यह लेख अभी पढ़ना चाहें, तो आप अभी नीचे लिंक पर क्लिक करके यह लेख भी पढ़ सकते हैं।


Proxy Server का इस्तेमाल क्यों करें ?

अभी आपके दिमाग में यह सवाल भी आ सकता है कि जब हम डायरेक्ट मुख्य वेब सर्वर पर जाकर उसकी इंफॉर्मेशन ले सकते हैं या इंटरनेट चला सकते हैं, तो फिर इस प्रोक्सी सर्वर का इस्तेमाल हम क्यों करें ? तो इसके एक नहीं बल्कि कई कारण हो सकते हैं। 

पहला और सबसे बड़ा कारण तो यही होता है कि बहुत सारी वेबसाइट कुछ स्कूल, कॉलेज, ऑफिस और बहुत बार पूरे के पूरे देश में ही ब्लॉक होती हैं। यानी कि उस स्कूल, कॉलेज, ऑफिस या उस देश में रहकर कोई भी व्यक्ति अपने मोबाइल या कंप्यूटर में उस वेबसाइट को नहीं चला सकता है। क्योंकि जब वो उस स्थान पर रह कर उस वेबसाइट को अपने डिवाइस में चलाने की कोशिश करेंगे तो उस वेबसाइट को पता चल जाएगा कि इस डिवाइस का ip address यानी इसकी लॉकेशन तो उस एरिया की है, जंहा उसकी वेबसाइट ही ब्लॉक है, इस लिए वह वेबसाइट उस डिवाइस में चलती ही नही है।

तो ऐसी स्थिति में प्रोक्सी वेबसाइट का इस्तेमाल किया जाता है। क्योंकि जब आप प्रोक्सी वेबसाइट पर जाकर उस वेबसाइट को चलाएंगे, तो उस वेबसाइट को यह पता ही नहीं चलेगा कि जिस एरिया में उसे ब्लॉक किया गया है, उसी एरिया में उसका इस्तेमाल किया जा रहा है। क्योंकि प्रोक्सी सर्वर अपने यूजर की लोकेशन यानी कि उसका आईपी एड्रेस हाइड कर देता है और अपनी खुद की ही एक फेक लोकेशन बनाता है। इसलिए वह प्रोक्सी सर्वर जब आपकी बताई गई वेबसाइट पर जाता है, तो वह आपकी असली लोकेशन छिपाकर किसी दूसरे देश की लोकेशन यानी कि किसी दूसरे देश के मोबाइल या कंप्यूटर की आईपी ऐड्रेस उस वेबसाइट को देता है। जिससे उस वेबसाइट को यही लगता है कि यह फेक आईपी ऐड्रेस वाला यूजर ही उस पर आया है। इसलिए वह वेबसाइट चल जाती है।

इसके अलावा भी प्रोक्सी वेबसाइट को चलाने के कई फायदे हैं। चलिए हम उनके बारे में बारी-बारी से जानते हैं।


प्रोक्सी सर्वर के फायदे

> प्रोक्सी सर्वर का इस्तेमाल करने से यूजर का आईपी एड्रेस और उसकी बाकी पर्सनल इंफॉर्मेशन हमेशा सुरक्षित रहती है। क्योंकि जब हम प्रोक्सी सर्वर का इस्तेमाल करते हुए किसी भी वेबसाइट का इस्तेमाल करते है, तो उस वेबसाइट पर प्रोक्सी वेबसाइट का आईपी एड्रेस और उसकी ही डिटेल जाती है। जिससे यूजर का असली आईपी एड्रेस और उसकी जानकारी सुरक्षित रहती हैं।

> प्रोक्सी सर्वर का इस्तेमाल वेबसाइट्स को ब्लॉक करने के लिए भी किया जाता है। इसलिए बहुत से लोग अपने डिवाइस में वेबसाइट को ब्लॉक करने के लिए प्रोक्सी सर्वर का इस्तेमाल करते हैं।

> बड़ी-बड़ी कंपनियां अपने यूजर के डाटा को सुरक्षित रखने के लिए प्रोक्सी सर्वर का इस्तेमाल करती हैं। प्रोक्सी सर्वर की मदद से यह कंपनियां अपने डेटा को इंक्रिप्ट कर देती हैं। जिससे कि अगर उनका डाटा किसी के द्वारा चुरा भी लिया जाए, तब भी यूजर्स का डाटा इंक्रिप्ट रहे, और encrypted data को समझ पाना लगभग असंभव होता है।

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तो दोस्तों आज की इस लेख में आपने सीखा कि वेब सर्वर क्या होता है ? Proxy server kya hota hai ? प्रोक्सी सर्वर का इस्तेमाल क्यों किया जाता है ? प्रोक्सी सर्वर के फायदे क्या क्या होते हैं ? उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो आप नीचे कमेंट करके बता सकते हैं। 

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