BA/BSC Additional Course क्या होता है ? पूरी जानकारी

What is BA/BSC Additional Course Full Information in Hindi:- आपने पढ़ाई से सम्बन्धित या किसी वैकेंसी के लिए कम्पटीशन एग्जाम फॉर्म भरते समय BA Additional और BSc Additional का नाम जरूर देखा होगा, लेकिन शायद आप इस कोर्स के बारे में नही जानते होंगे, क्योंकि ज्यादातर लोगों को पता ही नहीं होता है कि आखिर यह बीए/बीएससी एडिशनल कोर्स होता क्या है ? अगर आप भी उन्हीं में से एक है, तो यह लेख आपके लिए ही है। 

इस लेख में हम आपको BA/BSC Additional कोर्स के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में बताने वाले हैं। इसलिए यह लेख अंत तक जरूर पढ़ें। क्योंकि अगर एक बार आप इस एडिशनल कोर्स के बारे में जान जाते हैं, तो उसके बाद हो सकता है कि आप खुद भी इस कोर्स को कर लें। क्योंकि स्टूडेंट्स के लिए यह काफी उपयोगी कोर्स होता है। BA Additional kya hota hai, B Sc Additional kya hota hai, Bsc aur Bsc Additional me kya deference hai. BA aur BA Additional me kya antar hai

BA/BSC Additional Course क्या होता है ? पूरी जानकारी

जिन छात्रों को इस कोर्स के बारे में पता होता है, उनमें से ज्यादातर छात्र यह कोर्स करते भी हैं। तो अगर आपको भी इस कोर्स के बारे में पूरी जानकारी हो, तो हो सकता है कि आप भी भविष्य में इस कोर्स को कर ले। इसलिए इस लेख को अंत तक पढ़े, और इस कोर्स के बारे में कंप्लीट जानकारी जरूर प्राप्त करें।


BA, BSC Course क्या होता है ?

Additional कोर्स के बारे में जानने से पहले आपको यह पता होना जरूरी है कि यह BA और BSC कोर्स क्या होता है ? BA/BSC एक अंडर ग्रेजुएशन कोर्स होता है, जो कि 12वी के बाद किया जाता है और यह 3 साल का होता है। इसमें हमें तीन ऑप्शनल सब्जेक्ट चुनने पड़ते हैं, हर सब्जेक्ट के दो पेपर आपको हर साल देने पड़ते हैं। इस प्रकार से आपको अंडर ग्रेजुएशन के इन 3 सालों में हर सब्जेक्ट के टोटल 6 पेपर देने पड़ते हैं।

इन ऑप्शनल सब्जेक्ट के अलावा आपको कुछ compulsary सब्जेक्ट के एग्जाम भी देने पड़ते हैं, जो कि आपको 3 सालों में बस एक बार देने पड़ते है। आप ग्रेजुएशन कि इन तीनों सालों ने कभी भी इन का एग्जाम दे सकते हैं। 

आप सामान्य BA/BSC ग्रेजुएशन के बारे में ऑलरेडी अच्छे से जानते होंगे। इसलिए इसके बारे में आपको और अधिक बताने की आवश्यकता नहीं है। चलिए अभी हम आपको बताते हैं कि बीए बीएससी एडिशनल कोर्स क्या होता है ?


BA/BSC Additional Course क्या होता है ? What is Additional Course in Hindi 

यहां पर हम आपको कुछ पॉइंट्स बता रहे हैं, यह पॉइंट्स पढ़ने के बाद आपको अच्छे से समझ में आ जाएगा कि यह एडिशनल कोर्स आखिर क्या होता है ? इसलिए नीचे बताए गए पॉइंट को अच्छे से और ध्यान से पढ़े।


सामान्य BA/BSC और BA/BSC Additional Course में क्या अंतर है ?

1. सामान्य BA/BSC Course आप 12वीं के बाद कर सकते हैं। लेकिन BA/BSC Additional कोर्स करने के लिए आपके पास पहले से BA या BSC की डिग्री होना जरूरी है। यानी कि आगर बीए/बीएससी एडिशनल कोर्स करना चाहते हैं, तो आपका ग्रेजुएट होना जरूरी है। यानी कि जब आपने अपनी अपना Under Graduation यानी कि सामान्य BA/BSC की पढ़ाई पूरी कर ली हो, तो उसके बाद ही आप यह एडिशनल कोर्स कर सकते हैं।

2. सामान्य BA/BSC कोर्स 3 साल का होता है, जबकि BA/BSC Additional Course सिर्फ 1 साल का होता है। 

3. सामान्य BA/BSC कोर्स में हमें 3 ऑप्शनल सब्जेक्ट लेने पड़ते हैं, जबकि बीए/बीएससी एडिशनल कोर्स में हमें सिर्फ एक सब्जेक्ट ही लेना पड़ता है। पूरे कोर्स आपको सिर्फ इसी एक सब्जेक्ट के एग्जाम देने पड़ते है।

जिस प्रकार से सामान्य बीए बीएससी कोर्स में प्रत्येक ऑप्शनल सब्जेक्ट के तीनों सालों के मिलाकर टोटल 6 पेपर लगते हैं, ठीक उसी प्रकार से बीए बीएससी एडिशनल कोर्स में भी आप के द्वारा चुने गए सब्जेक्ट के आपको टोटल 6 पेपर ही देने पड़ते हैं। इसमें फर्क सिर्फ इतना है कि सामान्य ग्रेजुएशन कोर्स में हर सब्जेक्ट के सभी 6 पेपर आपको 3 सालों में देने पड़ते हैं, जबकि इस एडिशनल कोर्स में आपको सिर्फ एक साल में उस सब्जेक्ट के सभी पेपर देने पड़ते हैं।

एक प्रकार से हम यह कह सकते हैं अगर BA/BSC Additional कोर्स भी एक प्रकार का ग्रेजुएशन कोर्स होता है। हालांकि यह सिर्फ 1 साल का होता है, लेकिन फिर भी इसकी वैल्यू उतनी ही होती है जितनी की सामान्य बीए बीएससी कोर्स की होती है। इसलिए अगर आपने ऑलरेडी ग्रेजुएशन कर ली है, लेकिन अभी आपको लग रहा है कि जब आपने ग्रेजुएशन करी थी, तब आपका एक फेवरेट सब्जेक्ट आपने अपनी ग्रेजुएशन में नहीं चुना था, तो अभी आप इस एडिशनल कोर्स के माध्यम से सिर्फ 1 साल में उस सब्जेक्ट से अपनी ग्रेजुएशन कंप्लीट कर सकते हैं। अगर आप ऐसा करते हैं, तो आप उस सब्जेक्ट में ग्रेजुएट ही कहलाएंगे।


BA/BSC Additional Course क्यों किया जाता है ? इसके फायदे क्या है ?

चलिए इसको उदाहरण से समझते हैं। जैसे कि आपने इतिहास, भूगोल और राजनीति विज्ञान इन तीन विषयों से अपनी BA कंप्लीट कर रखी है। लेकिन अभी आपको हिंदी साहित्य विषय में भी इंटरेस्ट है या आप ऐसी जॉब के लिए फॉर्म अप्लाई करना चाहते हैं, जिसमें ग्रेजुएशन के अंदर यानी कि BA में हिंदी साहित्य होना अनिवार्य है, तो ऐसी स्थिति में आप इस एडिशनल कोर्स की मदद से हिंदी साहित्य में भी ग्रेजुएशन सिर्फ 1 साल में कर सकते हैं।

ऐसा करने पर आप हिंदी साहित्य में भी ग्रेजुएट कहलाएंगे, और जिन वैकेंसीयों में बी ए में हिंदी साहित्य होना अनिवार्य है, आप उसका फॉर्म भी भर सकते हैं।

यह कोर्स करने के बाद आप BA के तीन वैकल्पिक विषयों तथा इस एडिशनल कोर्स के विषय को मिलाकर टोटल 4 विषयों में ग्रेजुएट कहलाएंगे। तो यह इस कोर्स का मुख्य फायदा है, जिसकी वजह से ज्यादातर लोग इस कोर्स को करना पसन्द करते है।


BA/BSC Additional Course कोर्स कैसे करें ? 

यह कोर्स आप अपने क्षेत्र के किसी भी कॉलेज से कर सकते हैं, जहां पर यह कोर्स करवाने की सुविधा उपलब्ध हो। ज्यादातर कॉलेजों में यह कोर्स उपलब्ध रहता है। तो आप अपने आसपास के कॉलेजों से संपर्क करें, और जिस कॉलेज में यह कोर्स उपलब्ध हो, वहां से आप यह कोर्स कर सकते हैं।


Additional कोर्स से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

BA/BSC Additional कोर्स कितने साल का होता है ?

BA/BSC Additional 1 साल का होता है।

एडिशनल कोर्स में कितने सब्जेक्ट होते हैं ?

एडिशनल कोर्स सिर्फ एक सब्जेक्ट से किया जाता है।

बीए एडिशनल कोर्स कौन कर सकता है ?

जो स्टूडेंट पहले से BA कर चुके हैं और वह अभी बीए एडिशनल कोर्स कर सकते हैं।

एडिशनल कोर्स कौन-कौनसे सब्जेक्ट से किया जा सकता है ?

बीए और बीएससी के ज्यादातर सब्जेक्ट से एडिशनल कोर्स किया जा सकता है जैसे की हिंदी, भूगोल, इतिहास, राजनीति विज्ञान, अंग्रेजी

क्या एडिशनल कोर्स कंपटीशन एग्जाम में मान्य होता है ?

जी हां एडिशनल कोर्स सभी प्रकार के कंपटीशन एग्जाम में मान्य किया जाता है।

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तो इस लेख में आपने BA/BSC Additional Course Kya Hota Hai ? इसके बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त की है, अगर अभी भी आपका कोई सवाल हो तो आप नीचे कमेंट करके पूछ सकते है, इसके अलावा अगर आपको यह जानकारी पसन्द आई हो, तो इसे अपने दोस्तो के साथ भी जरूर शेयर करे।  

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