What is boarding pass full information in hindi:- हमें चाहे अपने पास के ही किसी गांव में जाना हो या फिर विदेश जाना हो, जाने के लिए हमे किसी ना किसी वाहन का इस्तेमाल करना पड़ता है। अगर आपके पास खुद का साधन नही है तो जाहिर सी बात है यात्रा करने के लिए आप बस, रेल, या हवाई जहाज का सहारा लेते है।
बस, रेल या प्लेन से यात्रा करने से पहले हमे अपनी यात्रा की टिकट लेनी पड़ती है। टिकट लेने के बाद ही हम इन साधनों की माध्यम से यात्रा कर सकते है इसलिए टिकट क्या होती है ? और किस काम आती है ? यह आप खुद भी अच्छे से जानते होंगे। लेकिन शायद आप बोर्डिंग पास के बारे में नही जानते होगें। अगर आप नहीं जानते की boarding pass kya hota hai ? Ticket aur boarding pass me kya antar hota hai ? तो आपको परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। क्योंकि इस लेख में हम आपको बोर्डिंग पास के बारे में पूरी जानकारी बताएंगे।
Boarding Pass क्या होता है ?
हममें से ज्यादातर लोग यही जानते हैं कि हमें चाहे बस में सफर करना हो, ट्रेन में करना हो या फिर प्लेन में, इसके लिए हमें टिकट बुक करवानी पड़ती है और उस टिकट की मदद से ही हम यात्रा कर सकते हैं। लेकिन हम आपको बता दें कि प्लेन के मामले में यह चीज थोड़ी अलग तरीके से काम करती है। अगर आप बस या ट्रेन से सफर करते हैं तब आप सिर्फ टिकट के माध्यम से यात्रा कर सकते हैं लेकिन अगर आप हवाई जहाज से यात्रा करना चाहते हैं तो आपको टिकट के साथ-साथ बोर्डिंग पास की भी जरूरत पड़ती है।
आखिर यह बोर्डिंग पास क्या होता है ? और बोर्डिंग पास टिकट से अलग कैसे होता है या दूसरे शब्दों में कहें तो टिकट और बोर्डिंग पास में क्या अंतर होता है ? यह जानकारी आपको यहां पर मिलने वाली है।
दोस्तों जब भी हमें हवाई जहाज से यात्रा करनी हो तो इसके लिए सबसे पहले हमें टिकट बुक करवानी पड़ती है। टिकट बुक करवाने के बाद यात्रा वाले दिन जब हम एयरपोर्ट में प्रवेश करते हैं तब हमें वह टिकट दिखाने पर ही एयरपोर्ट में प्रवेश दिया जाता है। इसके बाद जिस भी एयरलाइन के प्लेन से आप यात्रा करने वाले हैं उसके काउंटर पर जाकर आपको अपनी टिकट दिखानी होती है। टिकट दिखाने पर आपको काउंटर से बोर्डिंग पास दिया जाता है। बोर्डिंग पास मिलते ही आपकी टिकट का काम पूरा हो जाता है, अभी आगे की यात्रा करते समय आपको बोर्डिंग पास की जरूरत पड़ेगी।
काउंटर से बोर्डिंग पास लेने के बाद आपको अपनी खुद की और अपने सामान की सुरक्षा जांच करवानी होती है, उस समय आपको बोर्डिंग पास की जरूरत पड़ती है। साथ ही फाइनल स्टेप में जब आपको प्लेन में प्रवेश करना होता है तब भी बोर्डिंग पास की जरूरत पड़ती है। बोर्डिंग पास देखने के बाद ही आपको प्लेन में प्रवेश दिया जाता है बिना बोर्डिंग पास के आप प्लेन में प्रवेश नहीं कर सकते हैं।
हम आपको बता दें कि हवाई यात्रा के सफर में बोर्ड शब्द का मतलब प्लेन में प्रवेश करना होता है। इस प्रकार से बोर्डिंग पास एक तरह से एरोप्लेन में प्रवेश लेने का एक टिकट होता है इसके बिना आप प्लेन में प्रवेश नहीं कर सकते है।
टिकट और बोर्डिंग पास में क्या अंतर होता है ?
प्लेन की टिकट हम यात्रा करने से 1 महीने, 2 महीने या 3 महीने पहले भी बुक करवा सकते हैं और टिकट बुक करवाते ही हमें टिकट मिल जाती है जिसमें हमारे हमारी यात्रा की कुछ बेसिक डिटेल होती है जैसे कि हम कौन सी तारीख को यात्रा करने वाले हैं ? कहां से कहां तक यात्रा करने वाले हैं ? यात्रा का समय क्या रहने वाला है ? आपका नाम आदि होता है।
जबकि बोर्डिंग पास आपको आपकी यात्रा शुरू होने से 48 घंटे पहले ही दिया जाता है। इस बोर्डिंग पास में आपकी टिकट वाली सारी डिटेल होती है बस इसमें फर्क इतना होता है कि बोर्डिंग पास में आपके सीट नंबर भी दिए हुए होते हैं। साथ ही बहुत सी बार प्लेंस का यात्रा करने का समय बदल जाता है तथा कई बार प्लान कैंसिल भी हो जाती है इसलिए अगर ऐसा कुछ हो जाता है तो उसकी डिटेल भी आपको बोर्डिंग पास में ही मिलती है टिकट में नहीं मिलती है।
क्योंकि मान लीजिए आपने 1 महीने पहले टिकट बुक करवाई थी और उस समय आपकी प्लेन का चलने का समय दोपहर 1:00 बजे था। लेकिन यात्रा वाले दिन किसी कारण से आपकी प्लेन दोपहर 3:00 बजे चलती है, तो इसकी जानकारी आपकी टिकट में अपडेट नहीं हो सकती इसलिए यह जानकारी आपको बोर्डिंग पास में दी जाती है।
तो अभी आप अच्छे से समझ गए होंगे की बोर्डिंग पास क्या होता है ? तथा टिकट और बोर्डिंग पास में क्या अंतर होता है ? अगर आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इससे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें। इसके अलावा अगर आपको ऐसे ही किसी अन्य टॉपिक पर जानकारी चाहिए तो आप इस आर्टिकल के नीचे कमेंट करके पूछ सकते हैं।
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