Stay Order क्या होता है ? कोर्ट से स्टे आर्डर लेने का मतलब क्या होता है ?

What is stay order full information in hindi:- दोस्तों आपने अक्सर सुना होगा की उस व्यक्ति ने कोर्ट से स्टे आर्डर ले लिया इसलिए काम बीच में अटक गया है या फिर कोर्ट से स्टे आर्डर लेने के बाद सामने वाला कुछ नहीं कर सकेगा या ऐसे ही किसी अन्य संदर्भ में आपने Stay Order शब्द को जरूर सुना होगा। लेकिन अगर आप नहीं जानते हैं कि Court Stay Order क्या होता है ? कोर्ट से स्टे आर्डर लेने का मतलब क्या होता है ? कोर्ट से स्टे आर्डर कैसे लेते हैं ? तो आप बिल्कुल सही जगह पर आए हैं। इस लेख को पढ़ने के बाद आपको स्टे आर्डर से संबंधित संपूर्ण जानकारी मिल जाएगी। तो चलिए हम बारी बारी से इन सभी सवालों के जवाब जानते हैं।

Stay Order क्या होता है ? कोर्ट से स्टे आर्डर लेने का मतलब क्या होता है ?


Stay Order क्या होता है ? कोर्ट से स्टे आर्डर लेने का मतलब क्या होता है ?

Stay Order का मतलब हिंदी में 'किसी काम को रोकने का आदेश' होता है जोकि भारतीय कोर्ट के द्वारा दिया जाता है। स्टे आर्डर की मांग कोई भी व्यक्ति कोर्ट से कर सकता है। स्टे आर्डर की मांग कोर्ट से उस समय की जाती है जब किसी व्यक्ति के हितों के खिलाफ या उसकी प्रॉपर्टी पर कोई अन्य व्यक्ति या कंपनी दखलअंदाजी करता हो या कुछ निर्माण कार्य करने की कोशिश करता हो।

जैसे कि मान लीजिए की आपकी कोई जमीन है और कोई कंपनी या कोई व्यक्ति आपकी इजाजत के बिना आपकी जमीन का इस्तेमाल करने की कोशिश करता है या कुछ निर्माण कार्य करने की कोशिश करता है। तो ऐसे में आप उसके खिलाफ कोर्ट से स्टे आर्डर ले सकते हैं। एक बार जब आप कोर्ट से स्टे आर्डर ले लेते हैं तो उसके बाद उस व्यक्ति या कंपनी को वह काम उसी जगह पर छोड़ना पड़ेगा, वह उस कार्य को आगे नहीं बढ़ा पाएगा। 

हम आपको बता दें की स्टे आर्डर कई प्रकार की परिस्थितियों में लिया जा सकता है। ऐसी कोई भी परिस्थिति जिसमें आपकी प्रॉपर्टी पर कोई अन्य व्यक्ति कुछ भी कर रहा हो और आप उसे रोकना चाहते हैं तो आप कोर्ट से उसके खिलाफ स्टे आर्डर ले सकते हैं।


कोर्ट से Stay Order कैसे लेते हैं ?

Court से stya order लेने के लिए सबसे पहले आपको अपने एरिया की कोर्ट में जाना होता है वहां पर आप किसी भी वकील से मिल सकते हैं और अपने वकील को अपनी समस्या बता सकते हैं। जब आप वकील को बता देंगे कि आपको स्टे आर्डर चाहिए तो आगे की कार्रवाई आपका वकील अपने आप ही कर लेता है। लेकिन फिर भी हम आपको स्टे आर्डर लेने का प्रोसेस बता देते हैं।


Stay Order Lene Ka Process 

जब भी आपको कोर्ट से स्टे आर्डर लेना होता है तो सबसे पहले आपको एक एप्लीकेशन तैयार करनी होती है जिसमें आपको अपनी संपूर्ण जानकारी और परेशानी बतानी होती है और एप्लीकेशन कोर्ट में देनी होती है। इसके बाद कोर्ट उस व्यक्ति या कंपनी को एक नोटिस भेजता है जिसके खिलाफ आप स्टे आर्डर ले रहे हैं। नोटिस प्राप्त होने के बाद उस व्यक्ति या कंपनी को कोर्ट में हाजिर होना पड़ता है। इसके बाद दोनों पक्षों की सुनवाई होती है और जब कोर्ट को लगता है कि इस आपको स्टे आर्डर देना चाहिए तो आपको स्टे ऑर्डर दे दिया जाता है।

हम आपको बताना चाहेंगे कि कई बार परिस्थिति की गंभीरता को देखते हुए कोर्ट सिर्फ आपके एप्लीकेशन देने पर भी स्टे आर्डर दे सकता है। किंतु यह आपकी परिस्थिति और आप अपनी समस्या को कोर्ट में कितनी गहराई से प्रस्तुत कर सकते हैं इस पर निर्भर करता है।


कोर्ट स्टे आर्डर को ना मानने पर क्या होता है ?

अगर कोई व्यक्ति कोर्ट के स्टे आर्डर को नहीं मानता है और स्टे आर्डर लेने के बाद भी अपना कार्य कंटिन्यू रखता है तो उस व्यक्ति या कंपनी के खिलाफ कोर्ट सिविल केसेज के अंतर्गत कार्रवाई करता है और संबंधित आरोपी को 3 महीने की कैद हो सकती है, साथ ही उसकी प्रॉपर्टी पर कब्जा भी किया जा सकता है। Stay order का उल्लंघन करने पर क्या क्या कार्रवाई होती है ? इसके बारे में विस्तार से जानने के लिए आप कोर्ट स्टे आर्डर उल्लंघन के नियमों को पढ़ सकते हैं।


FAQ

Stay Order का अर्थ हिंदी में क्या होता है ?

Stay Order का अर्थ हिंदी में 'किसी काम को रोकने का आदेश' देना होता है, जोकि भारतीय न्यायालय के द्वारा दिया जाता है।

जमीन पर स्टे ऑर्डर लगाने से क्या होता है ?

किसी जमीन पर स्टे ऑर्डर लगाने के बाद उसे खरीदा या बेचा नही जा सकता है और ना ही उसमे कोई निर्माण कार्य किया जा सकता है।

स्टे आर्डर कितने समय तक रहता है ?

स्टे आर्डर की कोई निश्चित समय सीमा नहीं है, जब तक अदालत फैसला नहीं सुना देता तब तक स्टे ऑर्डर कायम रहता है।

जमीन पर स्टे लगाने में कितने पैसे लगते है ?

स्टे ऑर्डर ऐप लगने वाले पैसे कोई फिक्स नही है, यह इस बात पर निर्भर करता है की आप कौनसे वकील को करते है और उसकी फीस क्या है।

दोस्तों अभी हम उम्मीद करते हैं कि आपको court stay order kya hota hai ? Court se stay order lene ka matlab kya hota hai ? इसके बारे में संपूर्ण जानकारी हो गई होगी। अगर आप ऐसे ही किसी अन्य टॉपिक के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप नीचे कमेंट करके बता सकते हैं। साथ ही इस जानकारी को आप फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें, ताकि उन्हें भी इस विषय के बारे में जानकारी हो सके। 

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