पेट्रोल पंप पर Density का मतलब क्या होता है ?

What is density on petrol pumps full information in hindi:- पेट्रोल पंप से पेट्रोल या डीजल भरवाने से पहले मीटर में जीरो देखना चाहिए यह तो हम सभी को पता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पेट्रोल पंप पर पेट्रोल की प्राइस और मीटर में जीरो देखने के अलावा एक और पैरामीटर होता है जिसको देखना काफी इंपोर्टेंट होता है। 

सभी पैट्रोल पंप्स पर यह पैरामीटर होता है जिसको डेंसिटी (Density) के नाम से जाना जाता है। आपने भी पेट्रोल भरवाते समय पेट्रोल पंप पर पेट्रोल की प्राइस के साथ-साथ Density नाम से एक मीटर और देखा होगा। आज के लेख में हम आपको पेट्रोल पंप के इसी पैरामीटर के बारे में बताएंगे और आपको यह भी बताएंगे कि पेट्रोल पंप पर डेंसिटी का क्या मतलब होता है ? पेट्रोल और डीजल के लिए डेंसिटी कितना महत्वपूर्ण होता है ? पेट्रोल डेंसिटी कितनी होनी चाहिए ? डीजल डेंसिटी कितनी होनी चाहिए ?

पेट्रोल पंप पर Density का मतलब क्या होता है ?


पेट्रोल पंप पर Density का मतलब क्या होता है ? 

Density का मतलब हिंदी में घनत्व या गाढ़ापन होता है। अगर हम Density का मतलब आसान शब्दों में समझे तो Density का मतलब हम शुद्धता समझ सकते हैं। पेट्रोल पंप पर पेट्रोल और डीजल के घनत्व या उसके गाड़ेपन का मतलब उसकी शुद्धता से होता है। वह इसलिए क्योंकि हमारे देश में जितनी भी पेट्रोल और डीजल तैयार करने वाली कंपनियां है वह सभी ग्राहकों को सबसे बेस्ट और शुद्ध क्वालिटी का पेट्रोल और डीजल देने की कोशिश करती है। इसलिए कंपनियां कच्चे पेट्रोल और डीजल में बाकी मिश्रण को मिक्स करके एकदम शुद्ध क्वालिटी का oil बनाती है और जब पेट्रोल या डीजल अपनी शुद्धतम क्वालिटी में होता है तो उसका जो गाढ़ापन या घनत्व होता है वह एक खास लिमिट में होता है।

अगर पेट्रोल या डीजल पतला या बहुत ज्यादा गाढ़ा हो तो इसका मतलब है कि पेट्रोल या डीजल की क्वालिटी पूरी तरह से शुद्ध नहीं है। इसलिए ऐसे तेल को वाहन में इस्तेमाल करने से वाहन के जल्दी खराब होने के चांस काफी ज्यादा बढ़ जाते हैं। इसलिए आपको हमेशा पेट्रोल पंप से पेट्रोल या डीजल भरवाते समय उसकी डेंसिटी भी जरूर चेक करनी चाहिए और जब तेल की डेंसिटी एकदम सही हो तभी पैट्रोल या डीजल भरवाना चाहिए।

अगर आप खराब डेंसिटी वाले तेल को अपनी गाड़ी में भरवाते हैं तो इससे आपकी गाड़ी के जल्दी खराब होने के चांस काफी ज्यादा बढ़ जाते हैं।

तो अभी आपके मन में यह सवाल आ सकता है कि हमें कैसे पता चलेगा कि पेट्रोल या डीजल की सही डेंसिटी क्या होती है ? या petrol ki density kitni honi chahiye ? ya diesel ki density kitni honi chahiye ? तो चलिए हम आपको इसके बारे में बताते हैं।


पेट्रोल की डेंसिटी कितनी होनी चाहिए ?

Ministry of Petroleum and Natural Gas India की तरफ से पेट्रोल के लिए पेट्रोल डेंसिटी के लिए एक रेंज तय की गई है। देश में चाहे कोई भी पेट्रोल पंप हो उसमें पेट्रोल डेंसिटी की रेंज की तय की गई है जोकि 720 से 775 है। जब पेट्रोल की डेंसिटी इस रेंज के बीच में होती है तभी पेट्रोल अपनी शुद्धतम क्वालिटी में होता है। अगर आप जिस पेट्रोल पंप से पेट्रोल भरवा रहे हैं उसमें पैट्रोल डेंसिटी 720 से कम या 775 से ज्यादा है तो आप समझ सकते है की उस पेट्रोल पंप पर पेट्रोल की क्वालिटी शुद्ध नहीं है इसलिए आप उसे पेट्रोल पंप से पेट्रोल ना भरवाये, क्योंकि पेट्रोल डेंसिटी 720 से 775 से कम या ज्यादा होने पर उसे पेट्रोल से आपके वाहन में कई प्रकार की खराबी आ सकती है।


डीजल की डेंसिटी कितनी होनी चाहिए ?

जिस प्रकार से भारतीय गवर्नमेंट के द्वारा पेट्रोल की डेंसिटी तय की गई है ठीक वैसे ही डीजल की भी डेंसिटी रेंज तय की गई है जोकि 820 से 860 है। इसलिए जब भी आप किसी पेट्रोल पंप से डीजल भरवाए तो डीजल डेंसिटी 820 से कम या 860 से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। अगर डीजल की डेंसिटी 820 से 860 की रेंज के बीच में नहीं है तो इसका मतलब है कि उस पेट्रोल पंप पर डीजल की क्वालिटी शुद्ध नहीं है, ऐसे डीजल का इस्तेमाल करने से आपके वाहन में खराबी आ सकती है।


पेट्रोल डेंसिटी से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

पेट्रोल-डीजल को किस यूनिट में मापते हैं ?

पेट्रोल और डीजल को लीटर के हिसाब से मापा जाता है।

पेट्रोल डेंसिटी का अर्थ हिंदी में क्या होता है ?

Density का अर्थ हिंदी में घनत्व या गाढ़ापन होता है। अगर हम Petrol Density का अर्थ आसान शब्दों में समझे तो इसका मतलब पेट्रोल की शुद्धता होता हैं। 

क्या टेंपरेचर की वजह से पेट्रोल या डीजल की डेंसिटी कम या ज्यादा हो सकती है ?

जी हां, पेट्रोल और डीजल की डेंसिटी टेंपरेचर की वजह से ही कम या ज्यादा होती है, किंतु इसका मतलब यह नहीं है कि सरकार ने पेट्रोल डीजल डेंसिटी की जो रेंज तय की है डेंसिटी टेंपरेचर की वजह से उसे बाहर चली जाए। टेंपरेचर की वजह से डेंसिटी कम या ज्यादा होती है इसीलिए गवर्नमेंट ने डेंसिटी की एक रेंज तय की है। टेंपरेचर में चाहे कैसा भी बदलाव आए पेट्रोल या डीजल की डेंसिटी सरकार द्वारा तय की गई डेंसिटी रेंज के बीच में होनी चाहिए। टेंपरेचर की वजह से डेंसिटी में बदलाव आता है लेकिन वह बदलाव इस रेंज के बीच में ही रहता है। 

अगर कोई पेट्रोल वाला आपसे कहता है की टेंपरेचर की वजह से डेंसिटी कम या ज्यादा हो जाती है तो आप उसकी बात पर विश्वास ना करें और जरूरत पड़ने पर आप उस पेट्रोल पंप की शिकायत भी कर सकते हैं। किंतु शिकायत आप तभी करे जब डेंसिटी सरकार द्वारा तय रेंज से काफी ज्यादा अलग हो, अगर डेंसिटी सरकार द्वारा तय रेंज से थोड़ी बहुत ऊपर नीचे हो तो आप उसे इग्नोर कर सकते है।

तो दोस्तों अभी आप जान गए होंगे कि पेट्रोल पंप में डेंसिटी का मतलब क्या होता है ? पेट्रोल डेंसिटी कितनी होनी चाहिए और डीजल डेंसिटी कितनी होनी चाहिए ? अगर आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इसलिए को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें। इसके अलावा अगर आपके ऐसे ही किसी अन्य टॉपिक पर जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप नीचे कमेंट करके पूछ सकते हैं।  

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