Trademark क्या होता है ? ट्रेडमार्क का मतलब क्या होता है ?

What is Trademark Full Information in Hindi:- दोस्त ट्रेडमार्क एक ऐसा शब्द है जो कि हमें अक्सर सुनने को मिलता है। लेकिन इस ट्रेडमार्क शब्द का मतलब क्या होता है ? या दूसरे शब्दों में कहें तो ट्रेडमार्क क्या होता है ? ट्रेडमार्क का अर्थ क्या होता है ? इस लेख में हम आपको बताएंगे। तो अगर आप इस विषय के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।

Trademark क्या होता है ? ट्रेडमार्क का मतलब क्या होता है ?


Trademark क्या होता है ? ट्रेडमार्क का मतलब क्या होता है ?

ट्रेडमार्क किसी कंपनी का नाम, logo, स्लोगन या ऐसी कोई अन्य चीज हो सकती है जो कि उस कंपनी को रिप्रेजेंट करें जैसे कि एप्पल कंपनी का logo एक सेव का जो की थोड़ा सा कटा हुआ है। तो अभी जब भी हमें यह logo दिखाई देता है तो हमारे दिमाग में सीधा एप्पल कंपनी ही आती है। तो यह logo एप्पल कंपनी का ट्रेडमार्क है। ठीक ऐसे ही सभी बड़ी-बड़ी कंपनियां अपने logo या naam को ट्रेडमार्क के रूप में इस्तेमाल करती है जिससे उस कंपनी की अलग ही पहचान हो सके और ट्रेडमार्क देखते ही लोगों के दिमाग में सीधा उस कंपनी का विचार आए। इसलिए बड़ी बड़ी कंपनी अपने लोगो को ट्रेडमार्क करवा लेती है।


ट्रेडमार्क किसे कहते हैं ?

ट्रेडमार्क कुछ भी हो सकता है किसी कंपनी का नाम हो सकता है किसी कंपनी का logo हो सकता है या किसी कंपनी का स्लोगन भी हो सकता है। जब भी कोई कंपनी अपने ट्रेडमार्क को डिसाइड करती है तो काफी सोच समझकर डिसाइड करती है ताकि जब भी लोगों को उसका ट्रेडमार्क दिखाई दे या सुनाई दे तो सीधा उस कंपनी का विचार आए इसलिए अलग-अलग कंपनियां अपनी अपनी सर्विसेज के अनुसार logo, नाम या स्लोगन को ट्रेडमार्क के रूप में इस्तेमाल करती है।

हम आपको बताना चाहेंगे कि जब भी कोई कंपनी अपने लिए ट्रेडमार्क रजिस्टर्ड करवा लेती है उसके बाद कोई भी दूसरी कंपनी या व्यक्ति सेम वैसा ही logo या naam इस्तेमाल नहीं कर सकता है क्योंकि वह logo या नाम पहले से ही उस कंपनी के लिए ट्रेडमार्क रजिस्टर हो चुका होता है। 


ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन कैसे करवाते हैं

ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन करवाने की दो प्रकार से प्रोसेस होती है एक तो आप ऑनलाइन ट्रेडमार्क की ऑफिशल वेबसाइट ipindia.gov.in पर जाकर अपनी कंपनी का ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन प्रोसेस कंप्लीट कर सकते हैं और दूसरा तरीका आप ऑफलाइन तरीके से अपना ट्रेडमार्क रजिस्टर करवा सकते हैं। ऑफलाइन तरीके में आपको एक सहायक की जरूरत पड़ती है जिसके लिए आप एक वकील से संपर्क कर सकते हैं। ऑफलाइन प्रोसेस में आपका वकील आपको आगे के लिए गाइड करता है और इस प्रोसेस को पूरा करने में आपकी सहायता करता है।

हम आपको बताना चाहेंगे कि ट्रेडमार्क की 45 अलग-अलग कैटेगरी होती है जिनको क्लास कहा जाता हैं। यहां पर कंपनियों की सर्विसेज के अनुसार अलग-अलग क्लास डिसाइड की गई है। आपकी कंपनी जिस भी क्लास में आती है आपको उसी क्लास में रजिस्ट्रेशन करवाना होता है। अगर आप चाहें तो सभी क्लासेज में भी अपना ट्रेडमार्क रजिस्टर करवा सकते हैं। ज्यादातर बड़ी-बड़ी कंपनियां सभी केटेगरी में अपना ट्रेडमार्क रजिस्टर करवा देती है ताकि कल को कोई दूसरी कंपनी अलग कैटेगरी में ही सही लेकिन उनके नाम या लोगों का इस्तेमाल ना कर पाए।


ट्रेडमार्क का इस्तेमाल क्यों किया जाता है ?

ट्रेडमार्क का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है ताकि किसी भी कंपनी की अपनी एक अलग पहचान बन सके। अभी मान लीजिए कोई लोगो है और उसका इस्तेमाल एक से ज्यादा कंपनियां करें तो लोगों के बीच में काफी कंफ्यूजन हो जाता है की रीयल कंपनी कौनसी है ? जिससे असली कंपनी को इसका काफी नुकसान उठाना पड़ता है। इसलिए जब कोई कंपनी ट्रेडमार्क रजिस्टर करवा लेती है तो उसके बाद उस जैसा ट्रेडमार्क कोई भी दूसरी कंपनी या व्यक्ति इस्तेमाल नहीं कर सकता है। ऐसे में उस कंपनी की पहचान बाकी सभी से अलग बन जाती है और फिर ग्राहकों को भी उस कंपनी के प्रोडक्ट पहचानने में आसानी होती है। 

दोस्त ट्रेडमार्क किसी भी कंपनी की ब्रांडिंग होती है जिससे उसकी पहचान बाकी कंपनियों से अलग बन जाती है। इसलिए ज्यादातर कंपनियां अपना एक ही यूनिट ट्रेडमार्क रखती है। अगर आपको Trademark kya hai in hindi यह लेख पसंद आया है तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें। इसके अलावा अगर आप ऐसे ही किसी अन्य टॉपिक के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप नीचे कमेंट करके पूछ सकते हैं।


FAQ

प्रश्न - Trademark क्या काम करता है ?

उत्तर - ट्रेडमार्क आपके प्रोडक्ट्स को एक अलग पहचान देता है जिससे उपभोक्ता आपके प्रोडक्ट्स की पहचान आसानी से कर पाते हैं। साथ ही ट्रेडमार्क आपके ब्रांड के डुप्लीकेट प्रोडक्ट्स की बिक्री पर भी रोक लगाता है। 

प्रश्न - ट्रेडमार्क लेने में कितना खर्चा आता है ?

उत्तर - भारत में ट्रेडमार्क रजिस्टर करवाने की वर्तमान सरकारी शुल्क नए स्टार्ट अप के लिए ₹4500 रुपए तथा कंपनी के लिए ₹9000 रुपए है।

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