Homeopathy क्या है ? पूरी जानकारी हिंदी में

What is Homeopathy with Full Information in Hindi:- नमस्कार मित्रों आप सभी का एक बार फिर से हमारे ब्लॉग पर बहुत बहुत स्वागत है। आज के इस लेख में हम जानेंगे कि होमियोपैथी क्या होती है ? इस लेख में हम आपको होमियोपैथी के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में बताने वाले है। इस लिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।

Homeopathy क्या है ? पूरी जानकारी हिंदी में

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दोस्तों हम इंसानों को बीमारियां होना एक बहुत ही आम सी समस्या है। जैसे जैसे समय बीत रहा है वैसे वैसे ही नई नई बीमारियां हमारे बीच मे जन्म ले रही है और इंसानों पर अपना असर दिखा रही है।

इन बीमारियों को दूर करने के लिए वैज्ञानिकों द्वारा दवाइयां बनाई जाती है, जिनका सेवन करके हम इन बीमारियों से छूटकरा पा सकते है। यह दवाइयां भी कई प्रकार की होती है।

हमारे बीच 3 प्रकार की चिकित्सा पद्धतियां मुख्यरूप से उपलब्ध है, जिनके द्वारा हम बीमारियों से छुटकारा प्राप्त कर सकते है। इन तीनों में से एक पद्धति का नाम होम्योपैथी है। जिसके बारे में हम इस लेख में बात करने वाले है। इसके अलावा एलोपैथी व आयुर्वेद भी 2 अन्य चिकित्सा पद्धतियां है।


होम्योपैथी क्या है ? What is Homeopathy ? 

Homeopathy एक प्रकार की चिकित्सा प्रणाली है, जिसका कार्य बीमारियों को ठीक करना है। इसका आविष्कार तो यूरोप में हुआ था, लेकिन अब दुनियाभर में लोग इस चिक्तिसा पद्धति का इस्तेमाल करते है।

Homeopathy ग्रीक भाषा के HomoPathy शब्द से मिलकर बना है। अंग्रेजी में Homo का मतलब Similar व Pathy का मतलब Suffering होता है। यानी कि होम्योपैथी समरूपता के सिद्धांत पर कार्य करती है।

जहर, जहर को मरता है, लोहा, लोहे को काटता है। होम्योपैथी भी बिल्कुल इसी तरह काम करती है। होम्योपैथी दवाई जिस बीमारी को ठीक करती है, वो उसी बीमारी के लक्षण भी पैदा कर सकती है, अगर कोई स्वस्थ इंसान उस दवाई को ले ले।

इसलिए एक समझदार होम्योपैथी डॉक्टर मरीज को दवाई देने से पहले उसके बारे में पूरी जानकारी पता करता है, उसकी पूरी लाइफ स्टाइल के बारे में जानता है, और उसके बाद ही उसे उचित दवाई देता है। हालांकि होम्योपैथी दवाइयों के साइड इफेक्ट्स नही होते है, किन्तु फिर भी बिना सोचे समझे कोई भी दवा लेना सेहत के लिए हानिकारक हो सकती है।

होम्योपैथी दवाइयों की एक खास बात यह भी होती है कि यह दवाइयां खाने में मीठी होती है। इसलिए बच्चों को यह दवाई खाने में कोई भी दिक्कत नही होती है। इसके अलावा एलर्जी, एग्जिमा, अस्थमा, और माइग्रेन जैसी बहुत सी बीमारियों में होम्योपैथी दवा बाकी दवाइयों से काफी कारगर साबित होती है। 

होम्योपैथी दवाईयों पुरानी से पुरानी बीमारी को भी ठीक कर सकती है। लेकिन इसकी लिए एक लंबे समय तक इन दवाओं का सेवन करना पड़ता है।

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Homeopathy का आविष्कार कब हुआ ?

होम्योपैथी की खोज 1796 में हुई थी।


Homeopathy का आविष्कार कन्हा हुआ ?

हम भारतीयों में यह माना जाता है कि होम्योपैथी का आविष्कार भारत मे हुआ है, लेकिन ऐसा नही है, होम्योपैथी का आविष्कार या इसकी शुरुआत जर्मनी (Germany) में हुई है।


Homeopathy का आविष्कार किसने किया ?

होम्योपैथी का आविष्कार अपने समय के एक प्रशिद्ध एलोपैथिक चिकित्सक Samuel Hahnemann ने किया था।


Homeopathy के फायदे क्या है ? Benefits of Homeopathy

  • होम्योपैथी दवाई का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह पुरानी से पुरानी बीमारी को ठीक कर सकती है।
  • इसका कोई भी साइड इफ़ेक्ट नही होता है।
  • इन दवाओं को लेने से इम्युनिटी पर गलत असर नही पड़ता है।
  • यह खाने में मीठी होती है। इसलिए बच्चे भी इस दवा को बिना किसी दिक्कत के खा सकते है।
  • होम्योपैथी ट्रीटमेंट से मरीज फिजिकली, इमोशनली, और मेंटली सभी प्रकार से स्वस्थ होता है।
  • होम्योपैथी दवाइयां बीमारी को जड़ से खत्म करती है।
  • होम्योपैथी दवाइयां लगातार लेने पर भी इसकी आदत शरीर को नही लगती है।
  • बहुत सी बीमारियों की होम्योपैथी दवाइयां एलोपैथिक व आयुर्वेदिक दवाइयों से सस्ती होती है।


Homeopathy के नुकसान क्या है ? Cons of Homeopathy

  • होम्योपैथी की ज्यादातर दवाइयां असर दिखने में काफी समय लेती है, इसलिए ज्यादातर लोग एलोपैथी दवाई लेना पसंद करते है।
  • इलाज के समय अगर मरीज अपनी सभी जानकारियां जैसे आदतें, पुरानी बीमारियां आदि, ना बताये तो यह दवाइयां ज्यादा कारगर साबित नही होती है।
  • आपातकालीन (emergency) जैसे एक्सीडेंट व हार्ट अटैक जैसे परिस्थिति में होम्योपैथी दवा काम नही आती है।

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Homeopathy Doctor कैसे बने ?

अगर आपको एक होम्योपैथी डॉक्टर बनना है तो इसके लिए आपको BHMS (Bachelor of Homeopathic Medicine and Surgery) करना होगा। यह कोर्स 5 से 6 साल की एक डीग्री कोर्स होता है। इसमे एड्मिसन लेने के लिए आपके 12th में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी होना जरूरी है।

भारत मे कोलकाता, पुणे, बैंगलोर, नोएडा जैसे बड़े शहरों में BHMS किया जा सकता है। BHMS करने के बाद आप सरकारी या प्राइवेट होम्योपैथी हॉस्पिटल, मेडिकल कॉलेज, इंस्टिट्यूट आदि में काम करना शुरू कर सकते है।


Homeopathy से जुड़ी रोचक बातें:-

  • होम्योपैथी दवाओं का एक्सपेरिमेंट जानवरों पर नही किया जाता है, बल्कि सीधे इंसानो पर ही इसका एक्सपेरिमेंट किया जाता है।
  • होम्योपैथी ट्रीटमेंट के समय कई बार पूरी फैमिली की डिटेल ली जाती है जैसे परिवार में किस किस सदस्य को कौन कौन सी बीमारियां रही है।
  • होम्योपैथी की कई दवाइयों में एल्कोहल का इस्तेमाल किया है।
  • एक होम्योपैथी डॉक्टर मानव शरीर की सभी बीमारियों का इलाज कर सकता है। यानी कि अलग अलग बीमारियों के लिए हमे अलग अलग डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नही पड़ती है।
  • ट्रीटमेंट के दौरान मरीज को प्याज, लहसुन, खटाई वाली चीजें, कॉफी आदि, खाने की मनाही होती है। 


Homeopathy से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न 

क्या होम्योपैथी दवाइयां सुरक्षित होती है ?

जी हां होम्योपैथी दवाइयां एकदम सुरक्षित होती है इनका कोई भी साइड इफेक्ट नहीं होता है।

क्या होम्योपैथी से आपातकालीन स्थिति में इलाज किया जा सकता है ?

जी नहीं आपातकालीन स्थिति जैसे की एक्सीडेंट होने की स्थिति में एलोपैथी इलाज ही बेहतर होता है क्योंकि होम्योपैथी दवाइयां असर करने में समय लेती है और आपातकालीन स्थिति में तुरंत इलाज की जरूरत होती है।

बीमारी को जड़ से खत्म करने वाली दवाई कौनसी है ?

आयुर्वेदिक तथा होम्योपैथी दवाइयां बीमारी को जड़ से खत्म करती हैं जबकि एलोपैथी दवाई बीमारी को दबाने का काम करती है।

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होम्योपैथी एक वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति है, जिसका प्रयोग लाखों लोग करते है। अगर आपका कोई भी सवाल या हमारे लिए कोई सुझाव हो तो आप नीचे कमेंट कर सकते है। इसके अलाव अगर आपको Homeopathy kya hai ? Puri jankari यह लेख पसन्द आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करे।

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