Chrome, Chrome Beta, Chrome Dev और Chrome Canary में क्या अंतर है ?

What is The Deference Among Chrome, Chrome Beta, Chrome Dev and Chrome Canary:- मोबाइल हो या कंप्यूटर हम में से ज्यादातर लोग इंटरनेट चलाने के लिए क्रोम ब्राउजर का ही इस्तेमाल करते हैं। अगर आप मोबाइल में इंटरनेट चलाते हैं और आपने प्ले स्टोर में कभी क्रोम ब्राउजर को सर्च किया है तो आपको पता होगा कि जब हम प्ले स्टोर में क्रोम ब्राउजर सर्च करते हैं तो हमारे सामने क्रोम ब्राउज़र के कई वेरिएंट आते हैं।

क्रोम ब्राउजर गूगल का ही एक प्रोडक्ट है और गूगल ने खुद प्ले स्टोर पर क्रोम ब्राउजर के चार अलग-अलग वैरीअंट डाल रखे हैं, ऐसे में हो सकता है कि आपके मन में कन्फ्यूजन हो कि आपको कौनसे क्रोम ब्राउजर इस्तेमाल करना चाहिए या फिर Chrome Browser, Chrome Beta, Chrome Dev और Chrome Canary में क्या अंतर है ? इनमें से हमे कौनसा क्रोम इस्तेमाल करना चाहिए ? अगर आपके मन में भी यही सवाल है तो इस लेख को अंत तक पढ़िएगा, उसके बाद आपको आपके सभी सवालों के जवाब मिल जाएंगे।

Chrome, Chrome Beta, Chrome Dev और Chrome Canary में क्या अंतर है ?


Chrome, Chrome Beta, Chrome Dev और Chrome Canary में क्या अंतर है ?

यहां पर नीचे हम आपको क्रोम ब्राउजर के हर एक वैरीअंट के बारे में संक्षिप्त में जानकारी देंगे। यह जानकारी पढ़ने के बाद आपको पता चल जाएगा कि क्रोम ब्राउजर के इन सभी वेरिएंट में क्या अंतर है और आपको कौन सा क्रोम यूज़ करना चाहिए।


Chrome Browser क्या है ?

Google Chrome एक इंटरनेट ब्राउजर है जो की सभी एंड्राइड मोबाइल में बाय डिफॉल्ट पहले से इंस्टॉल होकर आता है। यह क्रोम का सबसे स्टेबल वैरीअंट है। इस वैरीअंट में bugs लगभग ना के बराबर होते हैं। आपको इस ब्राउज़र को इस्तेमाल करने में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं आती है क्योंकि क्रोम ब्राउज़र में जब भी कोई नया अपडेट आने वाला होता है तो पहले उसको क्रोम के बाकी तीन वैरीअंट पर टेस्ट किया जाता है। जब उन सभी वेरिएंट में वह अपडेट बिना किसी bug के अप्रूव हो जाता है तब जाकर वह क्रोम ब्राउज़र के इस वैरीअंट में आता है। अगर आप को बिना किसी bug और परेशानी के इंटरनेट चलाना है तो आप क्रोम ब्राउज़र के इसी वैरीअंट का इस्तेमाल करें।


Chrome Beta क्या है ?

यह ब्राउजर क्रोम का Beta वेरिएंट है। क्रोम ब्राउजर में नए अपडेट को ऐड करने से पहले उस अपडेट को chrome beta में डालकर टेस्ट किया जाता है। अगर वह अपडेट chrome beta में बिना किसी bug के काम करने लगता है तो उसको क्रोम ब्राउजर में भी डाल दिया जाता है। अभी क्योंकि chrome beta में नए अपडेट को टेस्ट किया जाता है तो इसमें बहुत से bugs आते रहते हैं, इसलिए अगर आप क्रोम बीटा वेरिएंट का इस्तेमाल करते हैं तो आपको क्रोम में आने वाले अपडेट तो जल्दी मिल जाएंगे लेकिन आपके सामने कई प्रकार के bugs भी आ सकते हैं।


Chrome Dev क्या है ?

सबसे पहले तो हम इस वैरीअंट का पूरा नाम जान लेते हैं इस वेरिएंट का पूरा नाम Chrome Devloper है। इस वेरिएंट में आपको वह सभी अपडेट देखने को मिलते हैं जो कि जस्ट अभी अभी आए हैं। क्रोम के लिए जब भी कोई नया अपडेट लाया जाता है तो सबसे पहले उसे Chrome Dev में डाला जाता है उसके बाद डेवलपर्स और बाकी यूजर्स उस नए अपडेट का इस्तेमाल करके देखते हैं। अगर उस अपडेट में किसी प्रकार का bug होता है तो उसको ठीक किया जाता है। जब bug ठीक हो जाता है तो उसके बाद उसे chrome beta में डाला जाता है और अंत में क्रोम ब्राउज़र में डाला जाता है।


Chrome Cannary क्या है ?

यह क्रोम ब्राउज़र का एक ऐसा वेरिएंट है जिसमें क्रोम ब्राउज़र में किए जाने वाले अपडेट्स को लाइव टेस्ट किया जाता है। जब भी क्रोम में कोई नया अपडेट आने वाला हो तो क्रोम के इसी वेरिएंट में डालकर उसका लाइव टेस्ट किया जाता है अगर उस अपडेट में किसी भी प्रकार की प्रॉब्लम हो तो उसे उसी समय ठीक किया जाता है और फिर उसे chrome dev में, फिर chrome beta में और अंत में क्रोम ब्राउजर में डाला जाता है।

अभी आप अच्छे से समझ गए होंगे कि क्रोम ब्राउजर के यह चार अलग-अलग वैरीअंट क्यों है ? इनका काम क्या है ? तथा आपको कौनसा क्रोम ब्राउज़र इस्तेमाल करना चाहिए ? अगर आप हमसे जाना चाहते हैं तो हम आपसे यही कहना चाहेंगे कि अगर आप बिना किसी bug और परेशानी के इंटरनेट चलाना चाहते हैं तो आपको क्रोम ब्राउज़र का इस्तेमाल करना चाहिए और अगर आपको क्रोम ब्राउजर में आने वाले नए फीचर्स और अपडेट का इस्तेमाल सबसे पहले करना हो तो आप क्रोम कैनरी का इस्तेमाल कर सकते हैं। 


क्रोम ब्राउज़र से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

क्रोम का कौनसा वेरिएंट सबसे अच्छा है ?

क्रोम का नार्मल वेरिएंट जिसका हम सभी इस्तेमाल करते हैं वही सबसे अच्छा रहता है।

क्रोम ब्राउज़र कितने प्रकार का होता है ?

क्रोम ब्राउज़र के मुख्य रूप से चार वेरिएंट उपलब्ध है जिनका इस्तेमाल हम सभी कर सकते है जो की निम्न है Chrome, Chrome Beta, Chrome Dev, Chrome Canary 

क्रोम ब्राउज़र के इतने ऐप क्यों है ?

क्रोम के टोटल 4 वेरिएंट उपलब्ध है जिनका इस्तेमाल हम अपने डिवाइस में कर सकते है। यह चारों वेरिएंट अलग-अलग प्रकार के यूजर्स की जरूरत को ध्यान में रखते हुए बनाए गए हैं। आप अपनी जरूरत के हिसाब से क्रोम ब्राउज़र का इस्तेमाल कर सकते हैं।

ओरिजिनल क्रोम ब्राउजर कौन सा है ?

वैसे तो क्रोम के चारों वेरिएंट ही असली है लेकिन एक आम यूजर के लिए क्रोम ब्राउजर ही सही रहता है।

क्या हम क्रोम के सभी वेरिएंट का इस्तेमाल कर सकते हैं ?

जी हां हम क्रोम के सभी वेरिएंट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं।

क्रोम के कौनसे वेरिएंट का इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है ?

नॉर्मल क्रोम ब्राउज़र का इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है।


तो दोस्तो हमें उम्मीद है कि आपको यह जानकारी Chrome, Chrome Beta, Chrome Dev aur Chrome Canary me kya antar hai ? पसंद आई होगी अगर आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर करें।   

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