TT कौन होता हैं ? Railway TTE/ TT कैसे बने ?

How to Become Railway TT Full Information in Hindi : - हमारे भारतीय समाज में सरकारी नौकरी का काफी प्रचलन है। जिसके चलते हर कोई सरकारी नौकरी करना चाहता हैं। सरकारी नौकरी प्राप्त करने के लिए लाखों उम्मीदवार कंपटीशन की तैयारी करते हैं। आज हम एक ऐसे ही कंपटीशन एग्जाम या पोस्ट की बात करने वाले हैं। जिसकी हर कोई नौकरी करना चाहता है। इस पोस्ट का नाम रेलवे टीटी है।

तो आज के इस ब्लॉग में हम आपको रेलवे में टीटी कैसे बने ? टीटी कौन होता हैं ? टीटी का क्या काम होता है ? टीटी की फुल फॉर्म क्या है ? टीटी बनने के लिए कौन सी पढ़ाई करनी पड़ती है ? रेलवे में कर्मचारियों को कौन-कौन सी सुविधाएं मिलती है ? इन सभी सवालों के जवाब आज के इस ब्लॉग में आपको मिलने वाले हैं। तो कृपया करके इस ब्लॉग को शुरू से लेकर के अंत तक जरूर पढ़िएगा। 

TT कौन होता हैं ? Railway TTE/ TT कैसे बने ?


TT का फुल फॉर्म क्या हैं ? 

TT का फूल फॉर्म " Ticket Teller " होता है। लेकिन इसे TTE के नाम से भी जाना जाता है। जिसकी फुल फॉर्म " Travelling Ticket Examiner " होता हैं। टीटी को TTI, TTR के नाम से भी जानते हैं। यह तीनों नाम एक ही रेलवे कर्मचारी के लिए इस्तेमाल किया जाते है। जिसे शार्ट में हम TT के नाम से जानते हैं। 


TT या TTE कौन होता हैं ? 

टीटी रेलवे में काम करने वाला एक कर्मचारी होता है। जो मुख्य रूप से रेल में सफर करने वाले यात्रियों की टिकट काटना और रेल में किसी यात्री ने टिकट ली है या नहीं। यह सभी चेक करना टीटी का मुख्य रूप से काम होता है। 

रेल चलने के दौरान यात्रियों ने टिकट ली है या नहीं। अगर किसी यात्री ने टिकट नहीं ली है। तब उस पर जुर्माना लगाना या उसे वैलिड टिकट देना होता हैं। 

यहां पर लोगों के मन में एक ओर कन्फ्यूजन रहता है की TTE और TC में क्या अंतर होता है ? तो यंहा हम आपकी जानकारी के लिए बताना चाहेंगे की टीटी मुख्य रूप से चल रही रेल में यात्रियों की टिकट काटना और किस किस यात्री ने टिकट ली है और किस किस यात्री ने टिकट नहीं ली है। यह सभी चेक करना टीटी का काम होता है। और TC (Ticket Collector) का काम रेलवे प्लेटफार्म पर आने वाले यात्रियों की टिकट को चेक करना। अगर किसी यात्री ने टिकट नहीं ली। तब उस पर जुर्माना लगाना यह सभी काम टिकट कलेक्टर करता है। 


टीटी बनने के लिए आयु सीमा क्या हैं ? 

टीटी बनने के लिए आयु सीमा कम से कम 18 वर्ष और ज्यादा से ज्यादा 27 वर्ष होती है। लेकिन अन्य कैटेगरी से बिलॉन्ग करने वाले उम्मीदवारों को उम्र सीमा में छुट दी जाती हैं। जैसे : - 

General - 18 से  27 वर्ष

OBC - 18 से 30 वर्ष

SC, ST - 18 से 32 वर्ष


रेलवे में टीटी बनने के लिए शैक्षणिक योग्यता क्या है ? 

रेलवे में टीटी बनने के लिए आप भारत की किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं पास हो। साथ ही में 12वीं में कम से कम 50% मार्क्स हो। आप 12वीं पास किसी भी स्ट्रीम (Arts, Commerce, Science) से हों सकते है।


Railway TTE/ TT कैसे बने ? How to Become TT in Hindi

रेलवे में टीटी बनने के लिए हर साल रेलवे रिक्वायरमेंट बोर्ड की तरफ से काफी तरह की वेकेंसिया निकाली जाती है। जिसमें से क्लर्क, स्टेनोग्राफर और TT की वैकेंसी होती हैं। 

रेलवे में टीटी बनने के लिए आपको 4 स्टेप्स को क्वालीफाई करना होगा। 

Step 1. Exam - रेलवे में टीटी बनने के लिए सबसे पहले रेलवे में निकलने वाली टीटी की वैकेंसी के लिए ऑनलाइन फॉर्म अप्लाई करना होगा। इसके बाद आपका एक रिटन एग्जाम करवाया जाएगा जिसमें जनरल अवेयरनेस, रिजनिंग, मैथमेटिक्स  और जनरल इंटेलिजेंस से सम्बन्धित क्वेश्चन पूछे जाएंगे। 

Step 2. Interview - रिटन एग्जाम क्वालीफाई करने के बाद आपका एक इंटरव्यू लिया जाएगा। जिसे आपको क्लियर करना होगा। 

Step 3. Document verification - इंटरव्यू कंप्लीट करने के बाद आपका डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन किया जाएगा। मतलब आपने जिस टाइम फॉर्म अप्लाई किया था। उस टाइम आपने सही तरीके से इंफॉर्मेशन भरी है या नहीं। इसके लिए आपको अपने साथ 10वीं 12वीं मार्कशीट, आधार कार्ड और साथ ही में मांगे गए सभी डाक्यूमेंट्स को ले जाना होगा।

Step 4. Medical test - अगर आपका सही तरीके से डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन कंप्लीट हो जाता है। तब आपका मेडिकल टेस्ट लिया जाएगा। जिसमें आपका शुगर लेवल, ब्लड ग्रुप और भी अन्य टेस्ट किए जाएंगे। यानी इसमें यह देखा जाता है कि आप किसी बीमारी से ग्रस्त तो नहीं है। अगर आपके किसी भी तरह की बीमारी नहीं है। तब आपका मेडिकल टेस्ट कंप्लीट हो जाएगा। 

Step 5. Training - सभी स्टेप्स को क्वालीफाई करने के बाद आपको ट्रेनिंग के लिए बुलाया जाएगा। ट्रैनिंग कंप्लीट होने के बाद आपको रेलवे में टीटी की जॉब दे दी जाएगी। 

इन सभी स्टेप्स को कंप्लीट करने के बाद आप रेलवे में टीटी बन सकते हैं। 


रेलवे में कर्मचारियों को कौन-कौन सी सुविधाएं मिलती है ?

> रेलवे में कार्य करने वाले कर्मचारी और उनके परिवार को रेलवे बोर्ड की ओर से फ्री मेडिकल सुविधाएं दी जाती है।

> कर्मचारी और उनके परिवार को ऑल इंडिया में कहीं पर भी घूमने की फैसिलिटी प्रदान करती है। जिसमें होटल बुक, टिकट बुक और धार्मिक स्थलों पर घूमने की सुविधा है। 

> हर साल जुलाई महीने में 3% की सैलरी में बढ़ोतरी होती है।

> साल में दो बार महंगाई भत्ता (DA) मिलता है। 

> रेलवे के अंदर रात में ड्यूटी करने पर कर्मचारी को अलग से Night Duty Allowance मिलता है।

> यदि कोई कर्मचारी अपनी ऑफिस से 8 किलोमीटर दूर काम करने के लिए जाता है। तब उसको (TA) दिया जाता हैं। 

> रेलवे में कार्यकाल के दौरान किसी कर्मचारी की मृत्यु हो जाए। तब उस पर डिपेंड होने वाले को रेलवे में नौकरी और उसकी पत्नी को पेंशन देने का नियम है। अगर पत्नी की भी मृत्यु हो जाए तब उसकी अविवाहित पुत्री को भी पेंशन मिलती है।

> ऐसे कर्मचारी जिनकी सर्विस 5 साल पूरी नहीं हुई है। तब उन्हें साल में एक फ्री पास और चार PTO पास मिलते हैं। यहां पर PTO का मतलब यात्रा करने के दौरान एक तिहाई किराया देना पड़ता है। 

> अगर किसी रेलवे कर्मचारी के बेटा या बेटी किसी स्कूल में पढ़ाई करते हैं। तब उन्हें पढ़ाई के दौरान यात्रा पास दिया जाता है।

> रेलवे अपने कर्मचारियों को रहने की भी सुविधा प्रोवाइड करवाता है।

> रेलवे अपने कर्मचारियों को दो बच्चों की पढ़ाई करने के लिए पैसा देती है। 

हमने यहां पर आपको रेलवे में कर्मचारियों को मिलने वाली सुविधाओं के बारे में बताया है। इनके अलावा भी रेलवे में काम करने वाले कर्मचारियों को सुविधाएं मिलती है। 

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दोस्तों उम्मीद करते हैं कि यहां पर दी गई जानकारी TT कौन होता हैं ? रेलवे TTE/ TT कैसे बने ? जरूर पसंद आई होगी। अगर पसंद आए तब आप इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर कीजिएगा। 

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