Saving Account और Current Account में क्या अंतर है ?

What is Deference Between Saving Account and Current Account:- जब भी हम बैंक में कोई नया अकाउंट खुलवाने के लिए जाते हैं, तो फॉर्म में हमें यह जरूर पूछा जाता है कि आप saving account खुलवाना चाहते हैं ? या current account खुलवाना चाहते हैं ? इसके अलावा अगर आपका पहले से ही किसी बैंक में अकाउंट है ? तब भी आपको बहुत सी जगहों पर यह पूछा जाता है कि आपका अकाउंट सेविंग या करंट है। जैसे कि अगर आप बैंक से पैसे निकलवाने के लिए जाते हैं, तो पैसे निकलवाने वाली रिसिप्ट में आपसे पूछा जाता है, एटीएम से पैसे निकालते समय आप से पूछा जाता है, अगर आप ऑनलाइन बैंकिंग से संबंधित कोई भी कार्य करते हैं, तब भी आपको यह पूछा जाता है कि आपका बैंक एकाउंट एक सेविंग अकाउंट है या करंट अकाउंट है।

कुल मिलाकर बात यह है कि जब भी हम बैंकिंग से संबंधित कोई भी कार्य करते हैं, फिर चाहे वह ऑफलाइन करें या ऑनलाइन, हमें यह जरूर पूछा जाता है कि आपका बैंक अकाउंट सेविंग अकाउंट है कि करंट अकाउंट है।

इसलिए हम सभी को इस बारे में पता होना जरूरी है कि सेविंग अकाउंट क्या होता है ? करंट अकाउंट क्या होता है ? और saving और current एकाउंट में क्या अंतर होता है ? आज के इस लेख में हम आपको इसी के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं।

Saving Account और Current Account में क्या अंतर है ?


बचत खाता (Saving Account) क्या होता है ?

बचत खाता यानी कि saving account सामान्य लोगों के द्वारा खुलवाया जाता है।  आपके सेविंग अकाउंट में जितने भी पैसे बैंक में रहते हैं, आपको उन पर 4% ब्याज भी मिलता है। इसीलिए इस प्रकार के खाते को सेविंग अकाउंट या बचत खाता कहते हैं।

इसके अलावा बचत खाते की कुछ लिमिट भी होती है। जैसे कि आप सेविंग अकाउंट में 1 दिन में लगभग 4 से 5 बार ही पैसों का लेनदेन बैंक में जाकर कर सकते हैं। इसके अलावा आप एक फाइनेंसियल ईयर में टोटल 10 लाख रुपए तक अपने बैंक अकाउंट में जमा करवा सकते हैं और 10 लाख रुपए ही अपने बैंक अकाउंट से निकलवा सकते हैं। 

आप इससे ज्यादा का लेन देन भी कर सकते हैं। लेकिन अगर आप इस सीमा को तोड़ते हैं, और आप का लेनदेन बहुत ज्यादा हो जाए ? तो आप को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की तरफ से एक नोटिस प्राप्त हो सकता है। जिसमें आपको बताना पड़ता है कि आपने इतने पैसों का लेनदेन कहां और क्यों किया ? और आपके पास इतने सारे पैसे कहां से आए ? क्योंकि सेविंग अकाउंट आम लोगों के लिए होता है जो कि सामान्यतः अपने बैंक अकाउंट से इतना सारा लेन-देन नहीं करते है।

इसके अलावा बैंक द्वारा तय की गई लिमिट को तोड़ने पर बैंक आपसे कुछ चार्ज भी वसूल कर सकता है, तो आपको वो भी देना पड़ सकता है।


चालू खाता (Current Account) क्या होता है ?

इस प्रकार का बैंक अकाउंट व्यापारियों, उद्योगों, और बड़ी बड़ी कंपनियों द्वारा खुलवाया जाता है। इस प्रकार के अकाउंट में जितने भी पैसे जमा होते हैं, बैंक उन पर ब्याज बिल्कुल भी नहीं देता है। लेकिन इस टाइप के अकाउंट की लेनदेन करने की कोई लिमिट नहीं होती है। आप जितनी बार चाहे उतनी बार अपने अकाउंट से पैसों का लेनदेन कर सकते हैं। साथ ही इसमें फाइनेंशियल ईयर में टोटल कितनी अमाउंट का ट्रांजैक्शन हो ? इसकी भी कोई लिमिट नहीं है। आप जितना चाहे उतना लेन देन बिना किसी समस्या के कर सकते हैं।

करंट अकाउंट की एक और खास बात यह है कि इस टाइप के अकाउंट में आपको बैंक द्वारा निर्धारित की हुई एक फिक्स अमाउंट अपने बैंक अकाउंट में हमेशा रखनी ही पड़ती है। अगर आपका बैंक बैलेंस उस लिमिट से कम हो जाता है ? तो आपको इसके लिए अलग से चार्ज देना पड़ता है। जैसे कि उदाहरण के लिए मान लीजिए आपका करंट अकाउंट जिस बैंक में है, उसने लिमिट सेट कर रखी है कि उसके बैंक के हर करंट अकाउंट में कम से कम ₹10000 हमेशा होनी ही चाहिए। तो अगर आपका बैंक बैलेंस कभी भी 10000 से कम हो जाता है, तो आपको बैंक की तरफ से पेंटली मिलेगी और आपको बैंक को चार्ज देना पड़ेगा। 

इसके अलावा बैंकों के जो बाकी चार्ज होते है, जो कि सेविंग अकाउंट होल्डर्स को भी देने पड़ते हैं, वह इनको भी देने पड़ते हैं।

एक खास बात और, करंट अकाउंट होल्डर को भी सेविंग अकाउंट होल्डर की ही तरह फ्री में मोबाइल बैंकिंग और इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा दी जाती है। जिसके द्वारा करंट अकाउंट होल्डर्स अनलिमिटेड ट्रांजैक्शन कर सकते हैं, उसकी कोई सीमा नहीं होती है।


Saving Account और Current Account में क्या अंतर होता है ?

तो कुल मिलाकर बात यह है कि सेविंग अकाउंट आम नागरिकों के द्वारा खुला जाने वाला बैंक अकाउंट टाइप है, जिसकी कुछ लिमिट्स जरूर होती है, लेकिन एक सामान्य आदमी यह लिमिट कभी क्रॉस नहीं करता है। लेकिन इसका फायदा भी होता है वो यह कि इसमें आपके पैसे तो सुरक्षित रहते ही है साथ इसमे आपको ब्याज भी मिलता है। इसलिए अगर आप एक आम नागरिक हैं, तो आपको हमेशा बैंक में अपना सेविंग अकाउंट ही खुलवाना चाहिए।

इसके अलावा करंट अकाउंट बड़े-बड़े उद्योग व्यापरियों और कंपनीयों के द्वारा खुलवाया जाने वाला बैंक अकाउंट है। करंट अकाउंट में पैसों पर कोई ब्याज नही मिलता, किन्तु इसमे लेनदेन करने की कोई सीमा नहीं होती है। इसलिए सभी कंपनियां करंट अकाउंट खुलवाते हैं। क्योंकि इन कंपनियों में रोज सैकड़ों, हजारों ट्रांजैक्शन होते रहते हैं, और इतने सारे ट्रांजैक्शन सेविंग अकाउंट से करना पॉसिबल नहीं होता है। इसलिए उन्हें अपनी सुविधा के लिए करंट अकाउंट ही खुलवाना पड़ता है।


FAQ

हमें बैंक में कौनसा खाता खुलवाना चाहिए ?

अगर आप सामान्य यूज के लिए या सिर्फ अपने पैसे बैंक में सुरक्षित रखने के लिए तथा जरूरत पड़ने पर पैसे वापस निकलने के लिए खाता खुलवा रहे हैं तो आपको सेविंग अकाउंट खुलवाना चाहिए।

सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट में से बेहतर कौनसा है ?

सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट दोनों ही अपनी अपनी जगह बेहतर है। ये दोनों प्रकार के अकाउंट अलग-अलग श्रेणी के लोगों के द्वारा खुलवाए जाते हैं। अगर आप सामान्य यूज के लिए खाता खुलवा रहे है तो आपके लिए सेविंग अकाउंट बेहतर है। वहीं अगर आपकी बहुत बड़ी कंपनी है या आपके बैंक अकाउंट से पैसों का लेनदेन करोड़ों में होता है तो आपके लिए करंट अकाउंट बेहतर है।

सबसे ज्यादा ब्याज कौनसे बैंक अकाउंट में मिलता है ?

सबसे ज्यादा ब्याज FD (Fixed Diposit) अकाउंट में मिलता है।

ये भी पढ़े...

आज के लेख में आपने सीखा कि saving account kya hota hai ? Current account kya hota hai ?  Saving account aur current account me kya antar hai ? उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। अगर यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें। इसके अलावा अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो आप नीचे कमेंट करके बता सकते हैं। 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ